कर क्या है के प्रकार हिन्दी में

आईये हम जानते है कि कर क्या है? कर के प्रकार कितने है? और भी एसे कई रोचक जानकारी के बारे में जो कि Tax Kya Hai के संबंध में है।

आप सभी जानते है कि कर यानि TAX हर किसी को देना पड़ता है। हम कोई भी सामान ले, कोई सेवा ले, कंही जाए या एसे ही किसी और प्रकार की सेवा लेते है तो हमे उसके लिए टैक्स देना पड़ता है।

Advertisements

इस तरह आईये जानते है कि कर क्या है? और कर के प्रकार के बारे में जिससे आपको मालूम पड़ेगा कि हम जो सेवा ले रहे है वो किस प्रकार का कर होता है।

कर क्या है? – Tax Kya Hai

कर एक ऐसा अनिवार्य भुगतान है जो कि उस देश कर नागरिक को अनिवार्य रूप से सरकार को देना पड़ता है जो कि कर के आधार से संबंधित होता है।

इस कर से करदाता को कोई लाभ नही होता है। जो भी Tax लगाया जाता है वह कर आधार के आधार पर लगाया जाता है जो कि आयकर द्वारा बनाया जाता है।

चलिए जानते है Tax Ke Prakar? जिससे यह ज्ञात होगा कि हम किस सेवा के लिए किस प्रकार का कर दे रहे है।

कर के प्रकार कितने है?

कर के प्रकार
कर के प्रकार

अगर कर के प्रकार के बारे मे बात करे तो कर दो प्रकार के होते है- 1) प्रत्यक्ष कर, 2) अप्रत्यक्ष कर। आयकर विभाग इन तो प्रकार के कर नागरिकों पर लगाती है। अगर बात Tax Ke Prakar की हो तो Tax दो प्रकार को है जो कि यहाँ दिया गया है।

अब प्रत्यक्ष कर तथा अप्रत्यक्ष कर मे भी कई प्रकार के कर लगते है जो कि हमसे उन सेवाओं से लिया जाता है तो चलीए जानते है कि प्रत्यक्ष कर और अप्रत्यक्ष कर के बारे मे तथा उनके अन्दर के सेवाओं के बारे मे जिन सेवाओं से ये कर नागरिकों से लिए जाते है।

प्रत्यक्ष कर- Direct Tax Kya Hai

उन करो को ही प्रत्यक्ष कर कहा जायेगा जनक मौद्रिक बोझ तथा वास्तविक बोझ यानि कर से उत्पन्न कराघात तथा करापात उसी व्यक्ति पर पड़ता है जिस व्यक्ति के ऊपर सरकार कर यानि TAX लगती है। तो इसे ही प्रत्यक्ष कर कहते है।

प्रत्यक्ष कर भी दो आधार पर लिया जाता है जो हैं

  1. आय के आधार पर
  2. सम्पत्ति के आधार पर

चलिए जानते है प्रत्यक्ष कर को आय के आधार पर और संपत्ति के आधार पर।

1. आय के आधार पर

इस के आधार पर कोई व्यक्ति जितना एक वर्ष में आय करता है ये कर उसपर लगते है। प्रत्यक्ष कर में आय के आधार पर दो प्राकर के कर लगाए जाते है। a) आयकर और ब) निगमकर

आयकर क्या है

इसमे व्यक्ति की वार्षिक आय जितना उसने एक वर्ष में कमाया है उसपर आयकर लगाया जाता है। इसकी शुरुआत भारत मे 1960 में हुआ। इसमे कई % दरों पर कर लिया जाता है तथा कुछ छूट का प्रावधान निम्न है।

  • महिलाओ के लिए आयकर छूट 1 लाख 90 हजार
  • पुरुषों के लिए 1 लाख 60 हजार
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए 2 लाख 40 हजार

जब कोई एक वर्ष में इससे अधिक आय करता है तो उसे आयकर देना पड़ता है। आयकर देने का टैक्स स्लैब नीचे दिया गया है।

आयकर स्लैब कर की दर
0 से 2.5 लाख रुकुछ नहीं
2.5 लाख रु से 5 लाख5%
5 लाख से 7.5 लाख10%
7.5 लाख से रु 10 लाख15%
10 लाख से 12.5 लाख20%
12.5 लाख से रु 15 लाख25%
15 लाख रुपये से अधिक30%
अयकर स्लैब

निगमकर क्या है

जिस तरह व्यक्ति की वार्षिक आय पर आयकर लगता है उसी प्रकार कंपनियों की वार्षिक आय पर निगमकर लगाया जाता है। इसकी भी दर घरेलू company के आधार पर 30% ही निर्धारित की गई है।

2. सम्पत्ति के आधार पर

इस प्रकार के कर में जो धन व्यक्ति ने अर्जित किया होता है उसपर ये कर लगाया जाता है जो कि निम्न प्रकार से लगाया जाता है। a) सम्पत्ति कर, b) व्यय कर और c) उपहार कर या अस्तिकर

सम्पत्ति कर क्या है

जिस व्यक्ति की पास 30 लाख से अधिक धन अगर होता है या 30 लाख से अधिक धन हो तो उसे एक बार सरकार को सम्पति कर देना होता है। ये भी कर के प्रकार है। पर इस कर को 2015 में समाप्त कर दिया गया है।

व्यय कर क्या है

इस प्रकार का पर व्यक्ति पर उसके द्वारा एक वर्ष में व्यय किये गए धन पर लगाया जाता है। परंतु ऐसे जून 2011 में समाप्त कर दिया गया है।

उपहार कर क्या है

यह कर उस व्यक्ति के द्वारा दिया जाता है जिसे कोई उओहर प्राप्त हुआ हो। इसमे भी अगर शादी में कोई उपहार मिला हो, रिश्तेदार ने उपहार दिया हो या उपहार की रकम 50000 से कम है तो इसमें छूट मिलती थी।

पर अब उपहार कर और अस्तिकर को समाप्त कर दिया गया है जो कि 1 अक्टूबर 1998 और 1 मार्च 1985 को क्रमशः कर दिया गया था।

अप्रत्यक्ष कर- Indirect Tax Kya Hai

इसे परोक्ष कर भी कहते है। इसे वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाता है, इस कर में कराघात तथा करापात अलग-अलग व्यक्तियोँ पर पड़ता है। यह कर लगाया तो किसी सेवा पर जाता है पर इसका भुगतान कोई और करता है। अप्रत्यक्ष कर पाँच प्रकार के होते है-

  1. सीमा कर
  2. बिक्री कर
  3. केन्द्रीय उत्पाद कर
  4. सेवाकर
  5. उपकर तथा अधिभार (सरचार्ज)

सीमा कर क्या होता है

यह सीमाओं पर लगाया जाने वाला कर होता है। इसे आयात-निर्यात कर भी कहते है। जब आप किसी राज्य मे प्रवेश करते हैै या किसी देश की सीमा पार करके जाते हैं तो वहाँ पर यह कर लगाया जाता है।

बिक्री कर क्या है

किसी वस्तु को खरीदने पर आप जो अन्य धन उसे खरीदने मे देते हैं तो वही बिक्री कर होता है। इसे केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकार आपस मे बाँट लेते है। राज्य सरकारों का सबसे बड़ा आय का स्त्रोत बिक्री कर होता है।

जिसे राज्य सरकार VAT यानि Value added Tax के रुप मे वस्तुओं पर लगाती हैं। इसलिए आपको कुछ सामानों का दाम कुछ राज्यों मे अलग देखने को मिलता होगा।

केन्द्रीय उत्पाद कर क्या है

देश के किसी भी भाग मे उत्पादित वस्तु पर जो केन्द्र सरकार कर लगाती है वही केन्द्रीय उत्पाद शुल्क होता है। वर्तमान मे यह केवल 8% की दर लागू करता है वस्तुओं पर।

सेवा कर क्या है

यह कर सेवाओं जैसे फिल्मों के हॉल, प्रदर्शनियों, रेस्तरां आदि पर लगाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति कोई सेवा ले रहा है तो उसे उसके लिए भी कर देना पड़ता है।

सरचार्ज क्या है

यह कर किसी विशेष प्रयोजन के लिए कुछ समय के लिए लगाये जाते हैं। उस प्रयोजन के पूर्ण होने पर इस कर को समाप्त कर दिया जाता है।

तो ये है करों के प्रकार, अब मुझे विश्वास हो की आपको Tax Kya Hai, Tax kitne Prakar Ka hota Hai मालूम पड़ गया होगा। अगर कर क्या है के बारे मे कोई परेशानी हो तो उसके लिए निचे जरूर बताये।

Conclusion

आपको यह कर क्या है? Tax kya hai? कैसा लगा। अगर कोई भूल हुई हो तो उसे जरूर बताये। आगे आपको कोई भी जानकारी चाहिए हो कुछ नया तो वो भी Comment Box मे जरूर बतायें।

इन्हें भी देखें

I am Indian Blogger, Here I provide you best information on my OPGYAN.com blog. I have also obtained master's degree. I read everything very widely and on the basis of that knowledge I give all the information here.

Leave a Comment